टाइगर, पठान से पहले भारत में करण के दोस्त फवाद की पाकिस्तानी फिल्म रिलीज करने का मतलब क्या है?
हाल फिलहाल ऐसा नहीं दिखा कि भारत में कोई पाकिस्तानी फिल्म रिलीज करने की कोशिशें हों। तब भी जब दोनों […]
हाल फिलहाल ऐसा नहीं दिखा कि भारत में कोई पाकिस्तानी फिल्म रिलीज करने की कोशिशें हों। तब भी जब दोनों […]
पिछले डेढ़ दशक में यह पहली बार है जब अक्षय कुमार की आधा दर्जन फ़िल्में सिनेमाघरों और ओटीटी प्लेटफॉर्म पर
सूर्यवंशी की ब्लॉकबस्टर सफलता के बाद एक बार फिर रोहित शेट्टी दर्शकों का मसालेदार मनोरंजन करने के लिए तैयार हैं।
एक कहावत है कि रस्सी जल गई लेकिन बल नहीं गया. इसका मतलब ये है कि किसी इंसान के स्वभाव
कई बार कुछ अभिनेता एक खास कैटेगरी की फिल्मों में लगातार काम करके अपनी एक छवि बना लेते हैं। लोगों
भारत में कई साल पहले एक अभियान शुरू किया गया था जिसका नाम है “बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ ।” इसी
रोहित शेट्टी की फिल्मों का दर्शक बड़े शिद्दत से इंतजार करते हैं। इसकी बड़ी वजह उनकी फिल्म में मनोरंजन की
‘तुम बिन’, ‘भूल भुलैया’, ‘दिल से’, ‘अग्निपथ’, ‘हिचकी’, ‘निकम्मा’, ‘और ‘मिशन मंगल’ जैसी फिल्मों में अपने किरदारों के जरिए लोगों
‘वास्तव’, ‘गंगाजल’, ‘अपहरण’, ‘गैंग्स ऑफ वासेपुर’, ‘डैडी’, ‘कंपनी’ जैसी फिल्मों, ‘रंगबाज’, ‘रक्तांचल’, ‘क्रिमिनल जस्टिस’, ‘मिर्जापुर’ जैसी वेब सीरीजों में माफिया
अमर कौशिक के निर्देशन में क्रीचर कॉमेडी भेड़िया सिनेमाघरों में रिलीज हो चुकी है। फिल्म को लेकर समीक्षकों का फीडबैक