IAMPLEXDIGITAL.COM
GADAR 2 FULL MOVIE REVIEW
‘ग़दर 2’ जोकि सिनेमा घरों में रिलीज हो चुकी है ,उसी के साथ फिल्म प्रेमियों के बीच उत्साह की उमंग दौड़ गई है।11 अगस्त शुक्रवार 2023 को सिनेमाघरों में ‘गदर2’ फिल्म ने धमाकेदार शुरुआत की। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार इस फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर करीब 35 से 40 करोड़ की प्रभावशाली कमाई की है। इसका मतलब यह है कि फिल्म की ओपनिंग काफी अच्छी रही ।
साल 2001 में अनिल शर्मा द्वारा निर्देशित फिल्म ‘ग़दर’ एक प्रेम कथा की सफलता के बाद करीब 23 वर्ष के बाद फिर से ‘गदर2’ जोकि ‘ग़दर एक प्रेम कथा’ का सीक्वल है।एक्शन, थ्रिलर, रोमांस और कॉमेडी से भरपूर ‘गदर 2’ सिनेमाघरों में रिलीज हो चुकी है।
सनी देओल, अमीषा पटेल,उत्कर्ष शर्मा ,सिमरत कौर और मनीष वाधवा जैसे मुख्य उम्दा कलाकार हैं, जिन्होंने अपने अपने किरदार को बखूबी निभाया है। फिल्म में सफलता के लिए सभी महत्वपूर्ण तत्व डाले गए हैं, लेकिन क्या यह तत्व दर्शकों को पसंद आएगी
फिल्म कितना कमाल कर पाएगी या नहीं यह तो हम फिल्म की समीक्षा के बाद ही जान सकते हैं आइए आगे जानते हैं…….
करीब 22 साल बाद बड़े पर्दे पर ढेर सारी उम्मीदों के साथ फिर से गदर मचाने के लिए सनी देओल ने वापसी की है। आजाद भारत की सबसे बड़ी प्रतिष्ठित फिल्म ‘गदर 2 ‘के साथ जो कि ‘गदर प्रेम कथा’ का सीक्वल है। ‘ ‘गदर 2’ का ट्रेलर देखा जाए तो फिल्म के डायलॉग इतने उत्साह पूर्ण है कि दर्शक सीटी बजाने को मजबूर हो जाएंगे।
‘गदर2’ के मेकर्स ने तो ऐसा माहौल तैयार किया है कि मानो इससे बड़ी कोई दूसरी फिल्म हो ही नहीं सकती। ट्रेलर के हिसाब से तो ऐसा माहौल तैयार कर दिया गया है, कि गूगल पर आम जनता भी लगातार ‘गदर2’ की एडवांस बुकिंग चेक कर रही है।
फिल्ममेकर्स से ज्यादा तो दर्शकों को मानो ‘गदर2’ का इंतजार था, अब वह इंतजार खत्म हो गया और आखिरकार यह फिल्म सिनेमाघरों में एक अच्छी ओपनिंग के साथ रिलीज कर दी गई है।
आपको बता दें की फिल्म को दर्शकों ने 23 वर्ष पहले रिलीज हुई ‘ग़दर एक प्रेम कथा ‘को मद्देनजर रखते हुए काफी वर्षों से इंतजार किया है। इस भावनाओं को लेकर दर्शक काफी उम्मीद के साथ सिनेमाघरों में दस्तक दिए । लोग उस तारा सिंह और सकीना को फिर से रूबरू करने के लिए पहले से ही एडवांस में टिकट भी करवा ली थी। सिनेमा घरों में तारा सिंह (सनी देओल )की ललकार और दमदार डायलॉग सुनने के लिए गए थे, जिसकी एक दहाड़ से पूरा पाकिस्तान कांप उठा था ।
रोंगटे खड़े कर देने वाले सनी देओल के डायलॉग आज भी उनके फैंस के दिलों में राज करते हैं। इस उम्मीद पर खरा साबित होने के लिए शायद 23 साल बाद फिल्म के निर्देशक ने कुछ और अलग कहानी के साथ फिल्म ‘ग़दर 2’ को परोसा होगा। दर्शकों ने पहले से ही फिल्म की टिकट बुक कर ली थी। ‘ग़दर एक प्रेम कथा’ में जहां वीरता और देशभक्ति के जज्बे को दिखाया गया था इसमें ऐसी कोई बात नहीं है कि दर्शक सीटी बजाएं या तालियों की बौछार करें। 2000 में आई फिल्म ‘ग़दर एक प्रेम कथा’ एक बड़ी और सफल फिल्म थी। फिल्म के सारे किरदार ने अपनी जान डाल दी थी फिर चाहे वह सनी पाजी हो या अमरीश पुरी जी। लेकिन ‘गदर2’ में सनी पाजी तो अपने किरदार में बने रहें लेकिन, उनके अपोजिट किरदार में मनीष वाधवा बिल्कुल नहीं जम रहे थे । ऐसा प्रतीत हो रहा था कि मानो शेर और बिल्ली का खेल चल रहा हो ।
दर्शकों का 23 वर्ष पहले आई फिल्म ‘ग़दर एक प्रेम कथा’ के सीक्वल का बेसब्री से इंतजार करने का उत्साह शायद ‘गदर2’ को देखकर ठंडा ना पड़ जाए । निर्देशक अनिल शर्मा ने इतना बड़ा कदम तो उठा लिया पर एक बार भी इसके परिणाम का अंदाजा शायद नहीं लगाया।
‘गदर2’ की कहानी और पटकथा में बिल्कुल दम नहीं दिखा और ना ही फिल्म की स्टार कास्ट अपने रोल से प्रभावित कर पाए।
फिल्म में सनी देओल को एक कैमियो रोल में ही दिखाया गया है, लेकिन सनी ने उसमें भी काफी संजीदगी और बखूबी तरीके से अपने रोल को निभाया है। स्क्रीन पर सनी देओल का रोल महज 10 से 15 फ़ीसदी ही दिखा । सनी पाजी के नाम पर निर्देशक ने अपने बेटे उत्कर्ष शर्मा को दोबारा लॉन्च करने की पूरी कोशिश की है, लेकिन उनको असफलता ही हासिल हुई है। उत्कर्ष शर्मा को अपनी एक्टिंग को और पॉलिश करने की जरूरत है। फिल्म ‘गदर 2’में सनी पाजी ने तारा सिंह के किरदार में अपने दर्शकों का दिल जीता है। इमोशंस ,गुस्सा और एक्शन में तारा सिंह का कोई तोड़ नहीं है। उत्कर्ष शर्मा को स्क्रीन टाइम सनी पाजी से ज्यादा मिला है, लेकिन उत्कर्ष ने बखूबी निभाया है। फिल्म की अवधि कुछ ज्यादा ही बढ़ा दी गई है,हालांकि उसकी जरूरत नहीं थी। फिल्म के गाने अच्छे हैं कुछ दो-तीन गाने पुराने वाले ही हैं । इसमें थोड़ा बहुत फेरबदल किया गया है। उदित नारायण की खनखनाहट वाली आवाज में उसी गाने को फिर से दोहराया गया है जो कि फिल्म ‘ग़दर एक प्रेम कथा’ से कनेक्ट करती है।
फिल्म की कहानी कुछ ऐसे हैं …
तारा सिंह और सकीना जो की पठानकोट में अपने बेटे चरण जीत सिंह उर्फ जीते के साथ रहते हैं । जीते फिल्मों का बहुत ही दीवाना है, लेकिन तारा सिंह चाहते हैं कि उसका बेटा पढ़ लिख कर एक एक बड़ा आदमी बने ना कि उसकी तरह एक ट्रक ड्राइवर। दूसरी तरफ पाकिस्तान का मेजर हमीद, तारा सिंह के लिए अभी भी दिल में जहर लिए बैठा है, और किसी भी हालत में तारा सिंह को खत्म करना चाहता है। तारा सिंह के जिंदगी में एक मोड़ तब आता है जब उसका बेटा जीते पाकिस्तान में फस जाता है। पिछली बार सकीना को पाकिस्तान से बचाकर लाने वाला तारा सिंह इस बार अपने बेटे जीते को बचाकर लाएगा। 40 पाकिस्तानी जवानों को मौत के घाट उतारने वाला तारा सिंह उस मुल्क में कई लोगों का दुश्मन बन चुका है। ऐसा ही एक दुश्मन मेजर जनरल हमीद है,उसके दिल में हिंदुस्तान और तारा सिंह के लिए नफरत की उबाल है। पहली बार में उसका परिवार खत्म हो गया दूसरी तारा सिंह ने पाकिस्तान में घुसकर उसके जवानों को मौत के घाट उतारा था। भारत और पाकिस्तान के बीच जंग के आसार बनते हैं,तभी इस बीच तारा सिंह का बेटा जीते उर्फ चरणजीत सिंह एक गलतफहमी के चलते पाकिस्तान पहुंच जाता है। अब तारा सिंह अपने बेटे को पाकिस्तान से भारत कैसे वापस लेकर आएगा, फिल्म इसी कहानी पर आधारित है ……
फिल्मी कलाकारों की भूमिका कैसी है ,आगे हम जानते हैं
किरदार की बात करें तो सनी देओल जो की तारा सिंह के किरदार में हैं छा गए हैं , दर्शकों को 23 वर्ष बाद भी वही तारा सिंह मिला,चाहे सकीना के आगे पिघलना हो या फिर गुस्से वाला किरदार हो सनी पाजी ने अपने किरदार को बहुत ही अच्छे से निभाया है। सनी जी की बात करें तो उनकी दमदार आवाज में डायलॉग को सुनना और देखना पैसा वसूल वाली फीलिंग आती है। वहीं अगर ‘ग़दर 2’ में चरणजीत सिंह उर्फ जीते का किरदार निभाने वाले उत्कर्ष शर्मा ने अपने किरदार को अच्छे से निभाया है। उनके और सिमरत कौर के बीच की प्रेम कथा का एंगल वैसे ही परोसा गया है ,जैसे कि ‘ग़दर एक प्रेम कथा’ में सनी पाजी और अमीषा की प्रेम कथा को दिखाया गया था। उत्कर्ष सेकंड हाफ में साउथ एक्टर विजय देवरकोंडा की तरह दिखे हैं। अमीषा पटेल भी फिल्म ‘ग़दर 2’ में लिमिटेड डायलॉग में है, उनके किरदार में भावनाओं को कुछ ज्यादा ही दिखाया गया है जो की ओवरव्यूज लग रहा है। सकीना उर्फ अमीषा पटेल को इस फिल्म में केवल एक सपोर्टिंग एक्टर की तरह ही जगह मिली है। पहली गदर जब आई थी उस वक्त अमीषा पटेल के चेहरे पर पर काफी मासूमियत थी, जो कि सकीना के रोल में काफी फिट बैठ गया था। अमीषा पटेल का किरदार भी कुछ उतना महत्वपूर्ण नहीं है और उनकी एक्टिंग भी कुछ ज्यादा खास नहीं दिखी। उत्कर्ष शर्मा के साथ कास्ट की गई अदाकारा सिमरत कौर फिल्म में काफी सुंदर दिखी हैं। उनकी अदाकारी भी कुछ खास रंग नहीं लाई है।
‘ग़दर एक प्रेम कथा’ की सबसे बड़ी यू एस पी अमरीश पुरी जी थे,अशरफ अली के रोल में उन्होंने ऐसी जान डाली थी कि ,आज भी अगर स्क्रीन पर वह आ जाते तो पूरा सिनेमाघर तालियों की गड़गड़ाहट से भर जाता, लेकिन उनकी जगह पर मनीष वाधवा ने लिया है । कमाल के कलाकार हैं, इसमें कोई शक नहीं है लेकिन ग़दर 2 फिल्म में वह o
ओवर द टॉप लगे हैं । यह साफ पता चल रहा है कि, अपने आप को नेगेटिव रोल में दिखाने के लिए उन्होंने खूब मेहनत की है। और इसी वजह शायद कई मौकों पर दर्शकों का कनेक्शन उनके किरदार से टूट जाता है। शायद कम बोल कर भी वह नेचुरल तरीके से छाप छोड़ सकते थे।
फिल्म का पहला भाग काफी धीमा और कहानी को बढ़ाने वाला है। शुरुआत में किरदारों की पृष्ठभूमि बताने के लिए नाना पाटेकर की आवाज को चुना गया है। अगर आपने पहली वाली गदर फिल्म नहीं देखी है या हाल-फिलहाल में नहीं देखी है तो ‘गदर2 ‘ देखने के लिए आपको उसे दोबारा देखने की जरूरत नहीं पड़ेगी ,क्योंकि पहली कहानी की पूरी झलक शुरुआत में ही दिखाई गई है। “गदर2’ को उदासी के लिए पूरे नंबर मिलेंगे। पुरानी गदर के गाने हो या फिर पुराने किरदार ‘गदर2’ में आपको उसकी याद दिलाती है। ‘गदर2’ एक फुल मसाला और मनोरंजन वाली फिल्म है,लेकिन पटकथा और कहानी कमजोर है।और इसकी सारी ताकत इसके डायलॉग में है जो कि खाली ट्रेलर में ही दिखाया गया है। ‘हिंदुस्तान जिंदाबाद’ नारा वाला पूरा सिचुएशन दर्शाया गया है और सिनेमाघरों में वह जोश दिखा भी है। फिल्म में कई ऐसे डायलॉग हैं जिन पर तालियां और सीटियां की गूंज सुनाई दी। देशभक्ति के जज्बे की थोड़ी कमी दिखी
फिल्म ‘गदर2’ में जो बात सबसे शानदार है, वह गानों का रिक्रिएशन ‘मैं निकला गड्डी लेकर’ और ‘उड़ जा काले कावा’ दोनों गानों को इस फिल्म में रीक्रिएट किया गया है और इसको अच्छा दर्शाया भी गया है। उदित नारायण की आवाज में गानों को स्वर दिया गया है,जो कि फिल्म को पहले गदर से जोड़ती है। फिल्म शुरुआती दौर में फ्लैशबैक के साथ शुरू होती है। फिल्म थोड़ी लंबी है इसकी अवधि थोड़ा कम की जा सकती थी।
फिल्म का निर्देशन और अच्छा हो सकता था ,क्योंकि यह एक सीक्वल फिल्म थी। अनिल शर्मा का निर्देशन ‘ग़दर 2 ‘ में कुछ खास काम नहीं किया लेकिन ‘लार्जर दैन लाइफ’ फिल्म बनाना उनकी खासियत है।ऐसे में यहां यह शिकायत नहीं की जा सकती कि इन्होंने गाड़ियों को खूब उड़ाया, एक आदमी ने अकेले 50 को कैसे मार दिया। लेकिन यह जरूर कहा जाएगा कि इस बार इमोशनल एंगल फीका रह गया। पहली वाली गदर देखकर कई बार एक्शन से ज्यादा तो उसके ड्रामा में मजा आया था,जिसमें दिल की बातें थी,दर्द बयां किए गए थे। ‘ग़दर 2’ का एक्शन औसत था । खराब वीएफएक्स ने कई जगहों पर मजे को किरकिरा करदिया।
अब्बास अली की एक्शन डायरेक्टर के बिना पर की जा सकती है, क्योंकि उन्होंने सनी पाजी को फिर से उसी अवतार में जिंदा कर दिया। सनी का एक्शन स्क्रीन पर रोमांचक लगा। फिल्म में कुछ किरदार को जबरदस्ती भर दिया गया है और कुछ किरदार पहले के ही हैं जो बखूबी अपनी रोल में है।
अगर आप प्रो लेवल के दर्शक हैं और आप एक्शन,कहानी, बीएफएक्स आदि सब कुछ नोटिस करते हैं तो, इस फिल्म से आप निराश हो सकते हैं। मगर आप सनी पाजी के फिल्में
पसंद करते हैं या उनकी पहली वाली गदर के कायल हैं,तो यह फिल्म आपको अच्छी लगेगी। फिल्म के डायरेक्शन की बात की जाए तो ठीक-ठाक है और फिल्म का प्रदर्शन भी एवरेज है अगर आप इस उद्देश्य से फिल्म देखना चाहते हैं कि आप पूरे परिवार के साथ से देख सके तो इस हफ्ते रिलीज हुई ‘गदर2’ आपके लिए एक अच्छी फिल्म है । फिल्म मनोरंजन और मसाला से भरपूर है। दोस्तों और परिवार वालों के साथ जाकर फिल्म का लुत्फ़ उठा सकते हैं। फिल्म में मनोरंजन और मसाला भरपूर है और फिल्म ऐसे समय में रिलीज हुई है कि 15 अगस्त भी काफी नजदीक है तो इसका फिल्म के कमाई पर काफी अच्छा प्रभाव पड़ेगा,दर्शक भर -भर के फिल्म देखने जा सकते हैं।
आपको फिलम ‘गदर2’ कौन सा भाग अच्छा लगा, कौन सा किरदार आपको ज्यादा अच्छा लगा, आप अपनी राय हमारे कमेंट बॉक्स में दे सकते हैं।
बेहतरीन फिल्में देखने के लिए ‘दिव्या दृष्टि प्लेयर’ डाउनलोड करें और वहां पर आप हर भाषा में बेहतरीन फिल्में मुफ्त में देखिए।
DOWNLOAD OUR APP NOW !!
https://play.google.com/store/apps/details?id=net.digital.divyadrishtiplayer